यादों के झरोखे से लेखनी कहानी मेरी डायरी-14-Nov-2022 भाग 21
रानी खेत की यात्रा
हनुमान गढी़ का मन्दिर बहुत ही बिशाल व बहुत ऊँची पहाडी़ पर बनाया गया है। वहाँ पर रामायण काल के सभी पात्रौ का मन्दिर बनाया गया है हमने सभी भगवान के दर्शन किए वहाँ शिवालय भी बनाया गया है।
इस मन्दिर में फोटो खीचने की मनाही है पहाडी़ के ऊपर से नीचे का दृश्य बहुत ही सुहावना लग रहा था। परन्तु फोटो खीचना मना था इस लिए हम फोटो खीचने से बंचित रह गये।
उसके बाद हमें टैक्सी वाले ने वहाँ ड्राप किया छहाँ पर हमारी गाडी़ पार्क थी। अब हमने अपनी गाडी। में सामान रखा और रानीखेत की यात्रा पर चल पडे़ क्यौकि किसीने हमे सलाह दी कि आप रानी खेत घूँमलो वहाँ भीड़ भी कम होगी और कहीं जाना चाहते हो तो वहाँ बहुत भीड़ मिलेगी।
हम रानी खेत के लिए रवाना होगये क्यौकि रानीखेत के बिषय में हमने राजा हिन्दुस्तानी पिक्चर में सुन रखा था। हम वहाँ से चार पांच किलोमीटर ही चले थे कि हमारी गाडी़ का एक टायर पंचर होगया और टायर कुछ दूर तक चलने के कारण किसी काम का नहीं रहा। हमने एक पाइन्ट पर गाडी़ खडी़ करके टायर बदला। और इसके बाद हमें अपनी गाडी़ में पैट्रौल भी भरवाना था।
इह लिए अब हम एक शहर में जाकर एक पैट्रौल पम्प फर पहुँचे और सबसे पहले गाडी़ की टंकी फुल करवाई। और आगे की यात्रा आरम्भ करदी रानी खेत मे बी एस एफ का कैम्पस होने के कारण वहा सुरक्षा ब्यवस्था व सफाई बहुत अच्छी नजर आरही थी। रानी खेत मे हमने एक मन्दिर पर पहुँचे वहाँ दर्शन करने के बाद हमे मालूम हुआ कि यहाँ पर जंगल में बहुत अच्छी जडी़ बूटिया का बगीचा है। जिसको किसी गार्ड की सहायता से ही देखना सही रहेगा।
वहाँ पर बहुतसे लोग आये हुए थे जो उस बगीचे को देखना चाहते थे परन्तु अकेले कोई नहीं जाना चाहता था।
आगे की यात्रा का वर्णन अगले भाग में
नरेश शर्मा " पचौरी "
Radhika
05-Mar-2023 08:19 PM
Nice
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shweta soni
03-Mar-2023 10:05 PM
👌👌👌
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अदिति झा
03-Mar-2023 02:31 PM
Nice 👍🏼
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